डीआईजी का फरमान जेल से छूटे हर अपराधी पर पैनी नज़र रखें थाना-चौकी पुलिस
-डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने अपराध गोष्ठी में कसे अधीनस्थों के पेंच
-थानेदार, चौकी इंचार्ज और सीओ अपने अपने इलाके में हर दिन करें गश्त
वैली समाचार, देहरादून।
डीआईजी/एसएसपी देहरादून अरुण मोहन जोशी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच अपराधी अपराध को नित नए तरीके ईजाद कर रहे हैं। ऐसे में थाना और चौकी पुलिस जेल से छूटे अपराधियों और प्रमुख गैंग पर कड़ी नजर रखें। इसके अलावा कानून व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए सीईओ अपने सर्किल क्षेत्र में हर दिन गश्त करें।
पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून अरुण मोहन जोशी ने पुलिस कार्यालय देहरादून में जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारियों के साथ गोष्ठी की गयी। गोष्ठी के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आनलाॅक-3 की प्रक्रिया के दौरान समस्त गतिविधियां धीरे- धीरे शुरू होने व इससे पुराने अपराधियों के दोबारा सक्रिय होने की सम्भावना के दृष्टिगत सभी क्षेत्राधिकारियों को अपने-अपने सर्किल में दिन व रात्रि के समय प्रभावी चैकिंग सुनिश्चित करने हेतु निदेर्शित किया गया। साथ ही निर्देश दिये कि सभी क्षेत्राधिकारी प्रतिदिन अपने-अपने सर्किल में रात्रि के समय निकलने वाले गश्त, पिकेट तथा चीता ड्यूटी में नियुक्त कर्मियों को ब्रीफ करते हुए नियमित रूप से ड्यूटी में नियुक्त कर्मचारियों की चैकिंग करना सुनिश्चित करेंगे। गश्त, पिकेट तथा चीता में नियुक्त अधिकारी/कर्मचारियों को रात्रि के समय उनके क्षेत्र से होकर गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति की अनिवार्य तौर पर जानकारी रखने तथा इस संबंध में आकस्मिक तौर पर उन्हें चैक करते हुए उनसे जानकारी लेने हेतु निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त अपने अधीनस्थ नियुक्त थाना प्रभारियों/वरिष्ठ उप निरीक्षकों को रात्रि के समय नियमित रूप से क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए सतर्क दृष्टि रखने हेतु निर्देशित करने हेतु कहा गया। जेल से छूटे अपराधियों के नियमित रूप से सत्यापन कर उनकी गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखने तथा पुराने लम्बित मामालों के शीघ्र अनावरण व उनमें वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के निर्देश भी उपस्थित अधिकारियों को दिये गये। अन्त में महोदय द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह अपने अधीनस्थ नियुक्त समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित कर दें कि ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव सम्बन्धी उपायों से किसी भी प्रकार का समझौता न करें तथा ड्यूटी के दौरान संक्रमण से बचाव हेतु बनायी गयी एसओपी का अनिवार्य तौर पर अनुपालन करना सुनिश्चित करें।
उक्त गोष्टी के दौरान पुलिस अधीक्षक नगर/ग्रामीण/ यातायात व समस्त क्षेत्राधिकारी उपस्थित रहे।