पंतनगर में बनेगा उत्तराखंड का पहला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, पर्यटन के साथ विदेशों में बढेगा व्यापार
-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा के बाद अधिकारी जुटे योजना को धरातल पर उतारने में
-देहरादून के जौलीग्रांट में जगह की कमी बन रही रोडा, अभी योजना पर मंथन
वैली समाचार, देहरादून।
प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने की घोषणा की है। यह उत्तराखण्ड का पहला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने से एक ओर जहां देश व विदेश से आने वाले पर्यटक सीधे उत्तराखण्ड में ही लैडिंग कर सकेंगे, वहीं लंदन, न्यूयाॅर्क व दुबई और बैंकाॅक आदि देशों के बड़े शहरों के लिए उड़ान भर सकेंगे।इसके अलावा ऊधमसिंह नगर के काश्तकारो के फल, फूल, सब्जी व अनाज राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में आसानी सेे पहुंच सकेगा।
अब तक पंतनगर एयरपोर्ट से केवल छोटे विमान ही संचालित किये जा रहे थे। नये एयरपोर्ट के निर्माण के पश्चात् वहां से बोईंग, एयरबस जैसे बड़े यात्री विमानों का भी संचालन किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अन्र्तराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने से ऊधमसिंह नगर के काश्तकारों को फायदा मिलेगा जिससे यहां के फल, फूल, सब्जी व अनाज राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुुंचेंगे। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि जनपद ऊधमसिंह नगर में स्थित पंतनगर एयरपोर्ट कुमाऊं मंडल में उत्तराखण्ड का महत्वपूर्ण एयरपोर्ट है। विशिष्ट भौगोलिक स्थिति एवं पर्यटन स्थलों के समीप होने के कारण यात्रियों एवं पर्यटकों के आवागमन हेतु उक्त एयरपोर्ट अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान पंतनगर एयरपोर्ट के आस-पास पांच सौ से छः सौ भवन स्थित है और पांच हजार से छः हजार की आबादी निवास कर रही है जिस कारण इसका विस्तार करना संभव नहीं है। नये ग्रीन फील्ट एयरपोर्ट के निमार्ण हेतु भूमि के विभिन्न विकल्पों में से पंतनगर विश्वविद्यालय की भूमि का चयन किया गया। 1072 एकड़ भूमि के विकल्प को एयरपोर्ट भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण द्वारा निरीक्षणों उपरान्त उपलब्ध कराये गये प्री फिजीबिलिटी सर्वे की रिपोर्ट में तकनीकि रूप से उपयुक्त पाया गया है।
हवाई सेवा से जुड़ेंगे सीमांत जिले
नए एअरपोर्ट से देश-विदेश के साथ-साथ राज्य के अन्य शहरों देहरादून, पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवायें आरंभ होगी। उन्होंने बताया कि इस हवाई अड्डे के निर्माण से पर्वतीय राज्य से आवाजाही में लगने वाले समय में काफी कमी आयेगी। यह हवाई अड्डा लगभग 1100 एकड़ भूमि में बनेगा। प्रथम चरण में एक रन वे का निर्माण प्रस्तावित है तथा द्वितीय चरण में इसका विस्तार दिया जाएगा। एयरपोर्ट का विस्तार दो चरणों में किया जाना प्रस्तावित है द्वितीय चरण के पश्चात् यह एयरपोर्ट 50 वर्षों के लिए क्षेत्रीय हवाई यातायात की आवश्यकताओं की पूर्ति को पूर्ण करेंगा।
ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनेगा
जावलकर ने कहा कि पंतनगर में बनने वाला यह हवाई अड्डा आधुनिकत्म सुविधाओं से लैस होगा जहां पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है वहीं दूसरी ओर हवाई अड्डे में अधिकत्म यात्री सुविधाओं को सुनिश्चित किया जायेगा। रिपोर्ट में एयरपोर्ट को पीपीपी मोड़ या जेवीसी के माध्यम से निर्मित करने का भी सुझाव दिया गया है। श्री जावलकर ने बताया कि एयरपोर्ट भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण द्वारा प्री फिजीबिलिटी सर्वे की रिपोर्ट एवं जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर की आख्या के अनुसार बरेली-नैनीताल राज्य मार्ग 37 के समीप स्थित पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की 1072 एकड़ भूमि नागरिक उड्डयन विभाग को ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाये जाने हेतू निःशुल्क हस्तांतरित करने के प्रस्ताव पर मंत्रिमण्डल का अनुमोदन निवेदित है।