नरेंद्रनगर के पास राजमार्ग के मलबे में जिंदा दफन हुए तीन भाई-बहन, इलाके में शोक की लहर
-बारिश ने फिर बरपाया कहर, देहरादून के कई इलाकों में घुसा पानी
-गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में बारिश से कई सड़कें अभी भी बंद, खतरा बरकरार
वैली समाचार, टिहरी
नरेंद्रनगर क्षेत्र में ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग पर एक परिवार पर गुरुवार रात आपदा टूट पड़ी। राजमार्ग का बड़ा हिस्सा मकान के ऊपर गिरने से परिवार के तीन लोगों की मलबे में दबकर मौत हो गई। एसडीआरएफ और पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद मलबे से तीन भाई-बहनों के शव बरामद कर लिए हैं। इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर है। इधर, राज्य में बारिश का कहर जारी है। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल की कई सड़कें चल रही बारिश से बंद। भूस्खलन से गांव और कस्बों को खतरा बरकरार।
एसडीआरएफ से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार तड़के ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग पर खेड़ा गांव( नरेंद्रनगर) में बारिश के चलते राजमार्ग का एक बड़ा पुश्ता मार्ग के नीचे बने एक आवासीय मकान के ऊपर गिरा।इस दौरान मकान में एक ही परिवार के तीन लोग सो रहे थे। मलबे ने पूरा मकान अपने घर को आगोश में ले लिया। इस दौरान मकान में सो रहे तीन भाई-बहन जिंदा दफन हो गए। सूचना पर एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। कई घंटे मलबे हटाने में लगे। इसके बाद मलबे से विनीता( उम्र 20 ), अंकित (18 वर्ष) और नीलम का शव परिजनों को सौंपे गए। इधर, स्थानीय लोगों ने मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की।