मंत्री का फरमान, सभी विश्वविद्यालयों में अनिवार्य रूप से लागू हो डिजिटल लॉकर व्यवस्था
–डीजी लॉकर से ऑनलाइन होंगे छात्र-छात्राओं के सभी दस्तावेज
वैली समाचार, देहरादून।
राज्य के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत ने सभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं कुल सचिवों से वार्ता की। इस दौरान परीक्षा, ऑनलाइन कोर्स समेत भविष्य की तैयारी पर चर्चा की। मंत्री ने कहा कि लॉक डाउन से सबक लेते हुए ऑनलाइन व्यवस्था पर ध्यान देना होगा। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पर फोकस करने को कहा।
दून यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने छात्रों के कोर्स, परीक्षाओं का आयोजन, प्रेक्टिकल, नए प्रवेश एवं कर्मचारियों के वेतन भुगतान सहित कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर कुलपतियों से चर्चा की। डॉ रावत ने बताया कि छात्रों की सुविधा को देखते हुए सभी विश्वविद्यालयों को डिजिटल लॉकर व्यवस्था अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए है। पहले छात्र-छात्राओं को अपनी मार्कशीट और डिग्री के लिए विश्वविद्यालयों के चक्कर काटने पड़ते थे लेकिन डिजिटल लॉकर की व्यवस्था से छात्रों को अब कोई परेशानी नही होगी। डॉ रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय डिजिटल लॉकर पर मार्कशीट और डिग्री उपलोड कर देंगे जिसके बाद छात्र घर बैठे ही निर्धारित कोड डालकर अपने दस्तावेज डाउनलोड कर सकेंगे।
नियुक्ति के दौरान मिलेगा लाभ
मंत्री ने कहा कि डिजिटल लॉकर व्यवस्था होने से नई नियुक्ति में भी लाभ मिलेगी। खासकर नियुक्ति के समय सरकारी विभागों को अभ्यर्थी के शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन करने में सुविधा होगी।
ऑनलाइन में 70 फीसद उपस्थिति
विश्वविद्यालयों के द्वारा संचालित ऑनलाइन स्टडी में लगभग 70 फीसदी छात्रों की उपस्थिति रही। इस दौरान उनका 80 फीसदी कोर्स पूरा हो चुका है। मंत्री ने ऑनलाइन पढ़ाई में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने पर जोर दिया।
अगस्त और सितंबर से प्रवेश
सभी विश्वविद्यालयों ने जुलाई में परीक्षा कराये जाने का सुझाव दिया। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने कहा कि लॉकडाउन के चौथे चरण को दृष्टिगत रखते हुए भारत सरकार नवीन गाइड लाइन जारी करेगी। उसके बाद ही परीक्षा आयोजन पर ठोस निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने विश्वविद्यलयों को परीक्षा आयोजित कराने के लिए ऑनलाइन व ऑफ़लाइन दोनों माध्यमों में पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए। नए शैक्षणिक सत्र के लिए ऑनलाइन प्रवेश पर सहमति बनी। इसके साथ ही नवीन शैक्षिक सत्र सितम्बर माह जबकि पुराने छात्रों का अगस्त माह से सत्र शुरू हो जाएगा।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में उच्च शिक्षा सलाहकार प्रो.एम एस एम रावत, केडी पुरोहित, कुलपति ओपन यूनिवर्सिटी प्रो ओपीएस नेगी, कुलपति श्रीदेव सुमन विवि डॉ पीपी ध्यानी, कुलपति कुमाऊं विवि प्रो एनके जोशी, कुलपति उत्तराखंड आवासीय विवि डॉ तेज प्रताप, कुलपति दून विवि डॉ एके कर्नाटक, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ अशोक कुमार, संयुक्त निदेशक कुमकुम रौतेला, उप निदेशक एएस उनियाल, नोडल रूसा डॉ अर्चना नौटियाल, प्रभारी एडुसेट विनोद कुमार, विधि अधिकारी डीसी गोस्वामी, डॉ दीपक पाण्डे समेत अन्य मौजूद रहे।