उत्तरकाशी में कोरोना संक्रमण के बाद अब छह पहाड़ी ग्रीन जिलों की असली परीक्षा

अभी तक देहरादून से आने-जाने वालों से भी दहशत में आ रहे थे इन जिलों के लोग

-अब हॉटस्पॉट जिलों से आ रही प्रवासियों की भीड़ से पल पल बढ़ने लगी चिंता

-अच्छी व्यवस्था पर खुद की पीठ थपथपा रहे अफसरों के सामने खड़ी कई चुनौतियां

वैली समाचार, देहरादून।

उत्तराखंड में ग्रीन जोन से राहतभरी जिंदगी जी रहे पहाड़ के सात जिलों में रहने वालों की चिंता बढ़ गई है। उत्तरकाशी में प्रवासी से पहला कोरोना पॉजिटिव सामने आने के बाद अब छह पहाड़ी ज़िलों में कोरोना को रोकना अफसरों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। खासकर अभी तक देहरादून और दूसरे ज़िले से आने वाले को क्वारंटाइन और वापस भेज कर पीठ थपथपा रहे अफसरों को भी अब असली परीक्षा से गुजरना पड़ेगा। वहीं, प्रवासियों को क्वारंटाइन में रखने से लेकर मेडिकल व्यवस्था को जुटनी की बड़ी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी।

उत्तराखंड में 15 मार्च को कोरोना का पहला केस ट्रेनी आइएफएस से आया। इसके बाद विदेश से आने वालों की हिस्ट्री से लेकर देशभर से आये जमातियों में कोरोना पॉजिटिव मिला। लेकिन लॉक डाउन के बाद देश के विभिन्न राज्यों से लौटने वाले प्रवासियों को लेकर चिंता बरकरार थी। हुआ भी वही जिस बात का डर था। अन्य राज्यों से उत्तराखंड लौट रहे लोग लगातार कोरोना पॉजीटिव पाए जा रहे हैं। अभी तक कोरोना मुक्त रहा उत्तरकाशी भी इससे अछूता नहीं रहा। यहां 35 वर्षीय एक युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है। यह युवक हाल ही में गुजरात के सूरत से लौटा था। एक दिन पहले ही महाराष्ट्र, गुजरात व हरियाणा से ऊधमसिंहनगर पहुंचे चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है।
बता दें, उत्तराखंड में कोरोना की दस्तक हुए आठ सप्ताह बीत चुके हैं। इस दौरान हर अंतराल पर कोरोना के नए मामले सामने आते रहे, पर प्रदेश के सात पर्वतीय जिले, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल व उत्तरकाशी संक्रमण से अछूते रहे। यहां अब तक कोरोना का एक भी मामला नहीं आया था।

 

युवक की हिस्ट्री जुटाने की चुनौती

उत्तरकाशी में कोरोना पॉजिटिव मिले युवक के संपर्क में अभी तक उसका भाई, साथ आया दोस्त, मोटर मैकेनिक समेत 10 से 12 लोग आए हैं। सभी को होम क्वारंटाइन किये गए हैं। हालांकि इस बीच ये सभी लोग कई लोगों से मिल गए हैं। ऐसे में इनकी रिपोर्ट आने तक इंतजार करना पड़ेगा। जबकि युवक कहां कोरोना की चपेट में आया, इसकी जानकारी जुटानी कठिन हो रखी है। युवक सूरत में कपड़े की मील में काम करता था। ऐसे में कहां कोरोना की चपेट में आया युवक बता नहीं पा रहा है।

 

कोरोना के बाद ये ज़िले बने ग्रीन जोन

पहाड़ के ज़िलों में सबसे पहले पौड़ी और उसके बाद अल्मोड़ा में एक-एक मामला आया। लेकिन दोनों केस रिकवर हो गए। इसके बाद दोनों ज़िले ऑरेंज से ग्रीन में आ गए। लेकिन उत्तरकाशी में मिले प्रवासी की रिपोर्ट के बाद सैकड़ों की संख्या में उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों ने अब सिस्टम के सामने चुनौतियों का अंबार लगा दिया है। ग्रीन जोन में शामिल और अभी तक कोरोना मुक्त रहे जिला उत्तरकाशी में पहला मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है।

 

” रविवार को 331 सैंपल की रिपोर्ट मिली है। जिनमें 330 की रिपोर्ट निगेटिव व एक केस पॉजिटव है। सात मई को चार युवक दो बाइक से गुजरात से उत्तरकाशी आए थे। मेडिकल चेकअप के बाद चारों को क्वारंटाइन किया गया था। तीन जीएमवीएन उत्तरकाशी और एक मनेरी में क्वारंटाइन था। इनमे से एक युवक का सैंपल जांच को भेजा था। जिसकी रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है।। युवक को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। वहन धनारी का रहने वाला है। उसके साथ बाइक में आए तीन अन्य युवकों की भी जांच कराई जा रही है। वह फिलहाल क्वारंटाइन में हैं।”

डॉ अमिता उप्रेती स्वास्थय महानिदेशक उत्तराखंड

 

राज्य में अभी ये कोरोना की स्थिति

बहरहाल प्रदेश में अभी तक 9668 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनमें 8990 की रिपोर्ट निगेटिव व 68 केस पॉजीटिव हैं। इसके अलावा दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कैंसर पीड़ित एक बुजुर्ग भी दून लौट आए थे। इस तरह कुल 69 मामलों में 47 ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश में 21 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा एक महिला की मौत भी हो चुकी है। रविवार को भी 187 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

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