लॉक डाउन में फंसे लोगों को ये कैसी मदद, जाना था रूद्रप्रयाग और पहुंचा दिया गैरसैंण
-परिवहन और पुलिस की लापरवाही से चंडीगढ़ से दून लौटे बुजुर्ग को गलत जगह पहुंचाया
-वापसी के लिए दोनों ज़िलों के डीएम से मांगी मदद, 14 दिन रहेंगे क्वारंटाइन
देहरादून। लॉक डाउन के दौरान चंडीगढ़ में फंसे गोविंद राम पुलिस और परिवहन कर्मियों की गलती से फिर मुसीबत में फंस गए हैं। चंडीगढ़ से वह अपने घर रूद्रप्रयाग के लिए चले, लेकिन पहुंच गए चमोली के गैरसैंण। यहां गोविंद राम ने जब गलत जगह पहुंचाने की बात कही तो मुंह चुप कराते हुए विधानसभा भवन में क्वारंटाइन करा दिया। इस सूचना के बाद गोविंद राम के परिजन खासे परेशान हैं।
आसमान से गिरे खजूर पर अटके…कुछ ऐसा ही रूद्रप्रयाग के लॉकडाउन के दौरान चंडीगढ़ में फंसे रुद्रप्रयाग निवासी गोविंद राम प्रसाद के साथ हुआ। गोविन्द राम को बमुश्किल सोमवार को पास मिला। इसके बाद देहरादून पहुंचे। यहां से उन्हें पुलिस कर्मियों ने रूद्रप्रयाग की जगह चमोली की बस पर बिठा दिया। रास्ते में गोविन्द राम चालक औऱ परिचालक से रूद्रप्रयाग में उतारने की गुजारिश करते रहे। लेकिन उन्हें सीधे गैरसैंण पहुंचा दिया। अब वह वहीं फंस गए हैं। जब इसकी शिकायत चालक-परिचालक से की तो उल्टा उनके साथ बदसलूकी की गई।गोविंद राम प्रसाद ममगाईं ने बताया कि वह चंडीगढ़ में काम करते हैं। सरकार की तरफ से बस भेजने की जानकारी मिलने पर उन्होंने रुद्रप्रयाग के ग्राम इजरा (जखोली) जाने के लिए नियमानुसार पंजीकरण कराया। लेकिन अब उन्हें गैरसैंण पहुंचा दिया। यहां से वापस भेजने की गुहार चमोली और रूद्रप्रयाग के डीएम सेे लगाई, लेेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। अब वह विधानसभा के ठंडे भवन में रहने को मजबूर हैं।
बुजुर्ग गलती से दूसरी गाड़ी में बैठ गया था। पुलिस और परिवहन वालों को स्पष्ट निर्देश था कि रास्ते मे कहीं भी गाड़ी न रोकें। ऐसे में बुजुर्ग गैरसैंण पहुंच गया। चमोली प्रशासन से हमारी बात हो गई है। बुजुर्ग को यहां भी क्वारंटाइन रहना था। वहां भी रहने में कोई दिक्कत नहीं होगी। यदि बीच मे वापस लाने की जरूरत पड़ेगी तो बात कर ली जाएगी।
मंगेश घिल्डियाल, डीएम रुद्रप्रयाग