यूपी पहुंचते ही दबंग विधायक अमनमणि त्रिपाठी गिरफ्तार, उत्तराखंड की अनुमति पर सवाल
–लॉक डाउन में उत्तराखंड नियम विरुद्ध जारी किया था बदरी-केदार की यात्रा का पास
-कर्णप्रयाग के एसडीएम और कोरोना ड्यूटी कर रहे अफसरों से की बदसलूकी
-टिहरी पुलिस ने दिखाया मुकदमे का साहस, गिरफ्तार की बजाय जमानत पर छोड़ा
-विधायक को परमिशन देने वाले अफसरों पर कार्रवाई की मांग, पीएम को भेजा पत्र
देहरादून। लॉक डाउन के बीच उत्तराखंड में दबंगई करने वाले यूपी के बाहुबली विधायक अमनमणि त्रिपाठी की बिजनौर पुलिस ने हेगड़ी निकाल दी। विधायक त्रिपाठी समेत सात लोगों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। साथ ही विधायक के काफिले में शामिल लग्जरी वाहन सीज कर दिए। इधर, उत्तराखंड में नियम विरुद्ध अनुमति देने वाले अफसरों पर कार्रवाई की मांग जोर पकड़ने लगी है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी को पत्र लिखा गया है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से बचने के लिए पूरे देश में 17 मई तक लॉकडाउन लागू किया है। लेकिन उत्तराखंड के कुछ अफसरों और यूपी महराजगंज के नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी पर यह लागू नहीं होता है। यही कारण है कि उत्तराखंड के कुछ अफसरों ने बाहुबली विधायक अमनमणि त्रिपाठी को लावलश्कर के साथ बदरीनाथ और केदरनाथ यात्रा का पास जारी कर दिया। पास मिलने के बाद दबंग विधायक भी यूपी और उत्तराखंड के कोरोना के रेड, ऑरेंज ज़ोन से सीधे ग्रीन जोन में दाखिल हो गए। इस दौरान विधायक ने हरिद्वार से कर्णप्रयाग तक पुलिस और प्रशासन पर स्वयं और उत्तराखंड के कुछ अफसरों का रौब गालिब किया। लेकिन कर्णप्रयाग में विधायक के काफिले को कर्तव्यनिष्ठ एसडीएम ने रोक दिया। इसके बाद विधायक उलटे पैर वापस लौट आये। हालांकि टिहरी और देहरादून की सीमा मुनिकीरेती पहुंचने पर पुलिस ने हिम्मत जुटाते हुए मुकदमा दर्ज तो किया लेकिन निजी मुुचलके पर रिहा कर दिए। इसके बाद विधायक का काफिला यूपी के बिजनौर पहुंचा तो एसएसपी ने कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद बिजनौर पुलिस ने नजीबाबाद में गिरफ्तार कर लिया।प्रभारी इंस्पेक्टर संजय कुमार शर्मा ने बताया कि लॉक डाउन का उल्लंघन में विधायक और छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी वाहन सीज कर लाइसेंस सस्पेंड करने की कार्रवाई की जा रही है।
पीएम को पत्र भेज अफसरों पर कार्रवाई की मांग
उत्तराखंड में लॉक डाउन के बीच प्रतिबंधित इलाके में विधायक समेत 12 लोगों को अनुमति देने पर बवाल हो गया। इस प्रकरण पर वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक घिल्डियाल ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजते हुए पास जारी करने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा विभिन्न संगठनों ने भी लॉक डाउन में आम और खास लोगों के लिए अलग अलग नियम बनाने वालों के खिलाफ भारी गुस्सा है।
इन ज़िलों के अफसरों पर सवाल
यूपी के दबंग विधायक का काफिला हरिद्वार, ऋषिकेश, कीर्तिनगर, पौड़ी के श्रीनगर, रूद्रप्रयाग आदि ज़िलों के थाना, चौकी और तहसीलों से गुजरा। अफसरों ने वाहन रोका और वीवीआईपी ट्रीटमेंट के साथ आगे रवाना कर दिया। यही हाल वापसी में भी हुआ। लेकिन कर्णप्रयाग और टिहरी पुलिस ने जिस तरह से कार्रवाई की वह काबिलेतारीफ है।