उत्तराखंड में रिवर्स पलायन पर सरकार बना रही योजना, ओलावृष्टि से फसलों को 26 करोड़ का नुकसान
-प्रदेश के कृषि, उद्यान एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल ने ली अधिकारियों की बैठक
-गांव लौट रहे प्रवासियों के रोजगार के लिए योजना बना रही सरकार
-फसलों के नुकसान पर एसडीएम के साथ रिपोर्ट तैयार करने के दिये निर्देश
देहरादून। उत्तराखण्ड सरकार में कृषि, कृषि विपणन, कृषि प्रसंस्करण, कृषि शिक्षा, उद्यान एवं फलोद्योग एवं रेशम विकास मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि लॉक डाउन के बाद गांव लौट रहे लोगों को सरकार रोजगार दिलाएगी। इसके लिए कृषि, बागवानी औऱ उद्यान पर आधारित योजनाओं पर काम शुरू हो गया है। इसके अलावा हाल ही में ओलावृष्टि और बारिश से फसलों को 26 करोड़ 24 लाख का नुकसान हुआ है। इसके अलावा एसडीएम और कृषि अधिकारियों को क्षति का आंकलन करने के निर्देश दिए गए हैं।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में होने वाले नुकसान के आकलन के सम्बन्ध में बैठक ली। बैठक में जानकारी दी की ओलावृष्टि और वर्षा से कृषि और उद्यान में लगभग 26 करोड़ 34 लाख है के नुकसान की जानकारी मिली है। इनमें से 1 करोड़ 82 लाख का नुकसान देहरादून जनपद में हुआ है।
इस सम्बन्ध में समस्त जनपदीय कृषि एवं उद्यान अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ओलावृष्टि और वर्षा से होने वाले नुकसान की जानकारी सम्बन्धित एसडीएम के माध्यम से मण्डी को सूचना भेजें। इसके अतरिक्त फूल व्यवसायी एवं उत्पादकों को होने वाले नुकसान का भी आकलन किया जा रहा है एवं नुकसान की भरपाई के लिए भारत सरकार को पत्र लिखा जायेगा। बैठक में रिवर्स पलायन करने वाले लोगों को रोजगार देने के सम्बन्ध में निर्देश दिया गया कि विभिन्न सेक्टरों में योजनाऐं बनायी जायें। रोजगार एवं मार्केटिंग विपणन के लिए, हार्टिकल्चर मिशन एवं हार्टिकल्चर मार्केटिंग बोर्ड द्वारा रिटेल आउटलेट स्थापना की जायेगी। इस हेतु केन्द्र सरकार से सब्सिडी ली जायेगी तथा राज्य सरकार अपना राज्यांश में भी वृद्वि करेगी। समूह के द्वारा अपना बाजार आउटलेट, बागवानी फसलों के लिए कृषि उत्पादकों हेतु एक प्लेटफार्म तैंयार किया जायेगा। इस माॅडल द्वारा अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। बंजर भूमि में प्रवासी नागरिकों के लिए खेती की सम्भावनाओं के लिए भी योजनाऐं बनाने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर निदेशक एच.आर.डी.आई. सी.एन.सनवाल, निदेशक चाय बोर्ड संजय श्रीवास्तव, निदेशक रेशम ए.के.यादव, संयुक्त निदेशक उद्यान डाॅ0 रतन कुमार और डाॅ. जगदीश चन्द्र, संयुक्त कृषि निदेशक दिनेश कुमार एवं उपनिदेशक उद्यान महेन्द्रपाल आदि अधिकारी मौजूद थे।