एम्स ऋषिकेश में इस बीमारी से हुई कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत, अस्पताल प्रशासन ने दी पूरी जानकारी

सीवियर स्ट्रोक पड़ने से हुई थी महिला की मौत, मल्टी ऑर्गन भी हुए थे फेल

-कोरोना पॉजिटिव के कारण मौत का किया खंडन, गलत सूचना ठीक नहीं

देहरादून। ऋषिकेश एम्स में महिला की मौत कोरोना पॉजिटिव से नहीं बल्कि दूसरी गंभीर बीमारी के कारण हुई। एम्स ने दोपहर बाद हेल्थ बुलेटिन जारी कर महिला की मौत पर स्थिति साफ कर दी है। हालांकि एम्स ने यह भी स्वीकार किया कि महिला कोरोना पॉजिटिव थी, लेकिन मौत दूसरी बीमारियों की बजह से सीवियर स्ट्रोक से हुई है। अब महिला की कोरोना से मौत को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया है

ऋषिकेश एम्स में लालकुआं की रहने वाली 56 वर्षीय महिला ब्रेन स्ट्रोक के बाद इलाज करा रही थी। महिला की कोरोना की रिपोर्ट तीन दिन पहले पॉजिटिव आई। इसके बाद महिला के तीमारदारों को भी क्वारंटाइन किया गया। शुक्रवार सुबह महिला की मौत हो गई। इसकी जानकारी लगते ही सोशल मीडिया से लेकर एम्स तक महिला की मौत को लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। मगर, दोपहर बाद एम्स ने हेल्थ बुलेटिन जारी कर महिला की मौत की असली बजह सामने रखी। एम्स के विभागाध्यक्ष अस्पताल प्रशासन प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने कि हेल्थ बुलेटिन में कहा कि लालकुआं हल्द्वानी नैनीताल निवासी महिला की मौत कोविड-19 से नहीं बल्कि सीवियर स्ट्रोक व अन्य कारणों से हुई। महिला 22 अप्रैल से एम्स में भर्ती थी। 28 मार्च को कोविड-19 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।आज शुक्रवार की सुबह 6:48 बजे महिला की मृत्यु हुई। एम्स के विभागाध्यक्ष अस्पताल प्रशासन प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने कहा कि जब महिला विवेकानंद हॉस्पिटल हल्द्वानी में भर्ती थी तो उनका वहां ऑपरेशन भी हुआ था। महिला को सीवियर स्ट्रोक के साथ निमोनिया, हार्ट, स्पेरसिमिया आदि गंभीर बीमारी थी। महिला ऑर्गन फेलियर की स्थिति से गुजर रही थी। ऐसे में महिला की मृत्यु कोविड-19 से नहीं बल्कि सीवियर स्ट्रोक के कारण हुई।मौत को लेकर कोई भ्रांति फैलाता है तो गलत होगा। प्रोफेसर मिश्रा ने बताया कि राज्य की गाइडलाइन के अनुसार महिला के अंत्येष्टि की जाएगी। गाइड लाइन के मुताबिक कोड कोविड-19 के मरीज की मृत्यु पर पोस्टमार्टम का प्रावधान नहीं। महिला के शव को परिजनों को सौंपा जाएगा।

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