…तो मसूरी में जरूरी नहीं मास्क पहनना, कैंट बोर्ड के होर्डिंग तो कुछ यही कह रहे
–कोरोना को लेकर दुनिया से अलग जागरूक कर रहा मसूरी कैंट बोर्ड
-शहर में लगाई बड़े होर्डिंग्स में लिखा कि हर किसी को मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं
-केंद्र सरकार की एडवाइजरी का मख़ौल उड़ा रहा कैंट बोर्ड, शहर में बनी हुई चर्चा
देहरादून। कोरोना महामारी की दहशत ने दुनिया को हिला रखा है। भारत में भी कोरोना धीरे धीरे पैर पसार रहा है। ऐसे में भारत सरकार और राज्य सरकार बचाव को हर नागरिक को जागरूक करने में जुटी हुई है। लेकिन पहाड़ों की रानी मसूरी में कैन्ट बोर्ड ( छावनी परिषद) कोरोना को लेकर कुछ अलग ही धुन में नज़र आ रहा है। कैन्ट बोर्ड ने यहां कोरोना के प्रति जागरूकता के लिए होर्डिंग्स लगाए हैं, उनमें साफ लिखा गया कि “हर किसी को मास्क पहनने की जरूरत नहीं” है। पिछले एक माह से यह बोर्ड शहर के गली-मोहल्लों में लगे हुए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैंट बोर्ड दुनिया में दहशत का पर्याय बनी कोरोना बीमारी को लेकर कितना गंभीर है।
देश के प्रधानमंत्री से लेकर राज्य के मुख्यमंत्री और स्वयं गृह मंत्री भी हर दिन कोरोना संक्रमण के बचाव को जागरूक कर रहे हैं। पीएम मोदी तो हाथ जोड़कर जागरूक रहने की अपील करते आ रहे हैं। इसके लिए सभी विभागों को जन जागरूकता में सहभागिता निभाने के निर्देश दिए जा रहे हैं। खासकर शहरी क्षेत्र में सिविल इलाके में नगर निगम, नगर पालिका और पंचायतों को तथा सैन्य बाहुल्य क्षेत्र में कैन्ट बोर्ड को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन देश और दुनिया की नज़र वाली मसूरी कैन्ट बोर्ड को कोरोना के जागरूकता के कुछ अलग नियम दिख रहे हैं। हद तो यह है कि कैन्ट बोर्ड ने मसूरी की सड़कों और अपने इलाके में ऐसे साइन बोर्ड, होर्डिंग्स लगाए, जो इस महामारी को बढ़ा सकते हैं। कैन्ट बोर्ड ने आम जनता से इन बोर्ड पर अपील की गई कि …कोरोना वायरस संक्रमण से भयभीत न हों, हर किसी को मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है। इन साइन बोर्ड के ऊपर भारत सरकार रक्षा मंत्रालय भी लिखा गया है। हद तो यह है कि जनता को जागरूक करने वाले यह होर्डिंग्स तब लगे हुए हैं, जब पूरी दुनिया और देश के पीएम भी मास्क को जीवन का अनिवार्य हिस्सा बता रहे हैं। ऐसे में कैन्ट बोर्ड ने इन बोर्ड पर ऐसा क्यों लिखा हर किसी की समझ से परे है। सवाल यह भी उठता है कि देहरादून ज़िले में जनता कर्फ्यू से लेकर लॉक डाउन तक 40 दिन हो गए हैं। लेकिन कैन्ट बोर्ड में यह होर्डिंग्स हर दिन आम लोगों को गलत जानकारी दे रहे हैं।इससे कई लोग भ्रमित भी हो रहे हैैं। जिसका असर कैन्ट बोर्ड क्षेत्र में मास्क पहनने पर भी पड़ रहा। हालांकि कुछ दिन से जागरूक लोगों की नजर इन होर्डिंग्स पर गई तो यह सोशल मीडिया में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। इनको लेकर लोग कैन्ट बोर्ड पर हंस भी रहे और कोरोना जैसी महामारी में बड़ी लापरवाही बरतने का ठिकरा भी फोड़ रहे हैं।
यह होर्डिंग्स जनता कर्फ्यू के समय लगाए गए थे। ताकि लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जागरूक हो सके। इनके पीछे लोगों में कोरोना को लेकर दहशत काम करनी थी। तब महामारी इतनी नहीं थी। सभी होर्डिंग्स उतरवाने के निर्देश दे दिए हैं।।कल तक सभी होर्डिंग हटा दिए जाएंगे।
अभिषेक राठौर, सीईओ कैन्ट बोर्ड मसूरी