आईएएस बगोली और आईपीएस गुंज्याल को सौंपी प्रवासियों को उत्तराखंड लाने की जिम्मेदारी
-2013 की आपदा में दोनों अफसरों ने बखूबी निभाई थी रेस्क्यू में अहम भूमिका
-आईजी गुंज्याल अभी महाकुंभ 2021 की संभाल रहे अहम जिम्मेदारी
-सचिव शैलेश बगोली के पास शहरी विकास और परिवहन निगम का दायित्व
देहरादून। लॉक डाउन के कारण देशभर में फंसे उत्तराखंड के प्रवासियों को लाने की कवायद तेज हो गई है। सरकार ने राज्य के दो सीनियर अधिकारियों के समन्वय में छह अधिकारियों की टीम बनाई है। यह टीम आने-जाने वालों को पास जारी करने से लेकर मेडिकल और परिवहन सुविधा उपलब्ध कराएगी। इसके लिए एक लिंक जारी कर प्रवासियों से ऑनलाइन विवरण मांगा गया है।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने बुधवार को राज्यों को प्रवासियों को वापस लाने के लिए सशर्त मंजूरी दी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी अधिकारियों की बैठक लेते हुए व्यवस्थित योजना बनाने के निर्देश दिए थे। गुरुवार को मुख्य सचिव उतपल कुमार सिंह ने शासनादेश जारी कर छह अधिकारियों को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी है। इसमें सीनियर सचिव और राज्य में शहरी विकास, परिवहन विभाग संभाल रहे आईएएस शैलेश बगोली और पुलिस महकमे में एसडीआरएफ, पीएम के बाद महाकुंभ 2021 की जिम्मेदारी संभाल रहे आईपीएस संजय गुंज्याल से बतौर नोडल अधिकारी के रूप में समन्यव की जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ दो अधिकारी गढ़वाल और दो कुमाऊं में नियुक्त किए हैं। गढ़वाल में एसपी ट्रैफिक, जीएम परिवहन तथा कुमाऊं में एसपी ट्रैफिक और नगर मजिस्ट्रेट को पास जारी करने की जिम्मेदारी दी गई है। जल्द पास जारी करने के साथ ही परिवहन, हेल्थ चेकअप,रहने, खाने की व्यवस्था की जाएगी। ताकि प्रवासियों को लाने और ले जाने में परेशानी न उठाने पड़े।इधर, उक्त दोनों अधिकारियों ने 2013 की केदार आपदा समेत अन्य विपदा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस दौरान आईजी संजय गुंज्याल ने खुद की जान की परवाह न कर जोखिम के साथ केदरनाथ गए थे। इसके अलावा एसडीआरएफ की जिम्मेदारी लेने के बाद राज्य के आपदा प्रबंधन में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
घर आने वाले यहां करें रजिस्ट्रेशन
प्रदेश के लोगों को उत्तराखंड वापस लाने के लिए राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। परिवहन सचिव शैलेश बगोली नेे बताया कि सर्वप्रथम राहत शिविरों में रह रहे लोगों को उत्तराखंड लाया जाएगा।इसके बाद अलग अलग शहरों में रहने वाले लोगों को भी वापस लाया जाएगा। घर वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। अब जो भी बाहरी राज्यों से उत्तराखंड लौटना चाहते हैं, उन सभी को स्मार्ट सिटी का फॉर्म भरना होगा। साथ ही इस लिंक http://dsclservices.in/uttarakhand-migrant-registration.php पर अपना पूर्ण विवरण भराना होगा।
प्रवासियों को 14 दिन रखेंगे क्वारंटाइन
देश के विभिन्न शहरों से वापस आने वालों का चलने से पहले और राज्य में आने पर कई जगह मेडिकल जांच की जाएगी।उसके बाद इन लोगों को नोडल अधिकारियों की मदद से स्क्रीनिंग व जांच की जाएगी। यदि उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव निकली तो उन्हें उत्तराखंड लाया जाएगा। यहां लाने के बाद उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा। इस शर्त का उल्लंघन करने वालों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।