दून मेडिकल कॉलेज में कोरोना की जांच को आईसीएमआर की मुहर

-अभी तक एम्स ऋषिकेश और हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में हो रही थी जांच

-पटेलनगर स्थित कॉलेज परिसर में होगी कोरोना संदिग्धों के सैम्पल की जांच

-लंबे समय से तैयार थी लैब, केंद्र से अनुमति का किया जा रहा था इंतजार

देहरादून। कोरोना महामारी की दहशत के बीच उत्तराखंड के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार के इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने देहरादून स्थित दून मेडिकल कॉलेज को कोरोना से जुड़े सैम्पल की जांच करने की अनुमति दे दी है। अब हल्द्वानी की दौड़ की बजाय देहरादून लैब में ही कोरोना संदिग्धों की जांच होगी। इससे रिपोर्ट भी समय पर आ जाएगी। उत्तराखंड सरकार लंबे समय से इसका इंतजार कर रही थी। अब संदिग्धों की जांच तीनों लैब में और तेजी से होंगे।

उत्तराखंड में कोरोना संदिग्धों के सैम्पल जांच को हल्द्वानी भेजे जा रहे थे। कुछ समय बाद एम्स ऋषिकेश को भी जांच की अनुमति मिल गई थी। लेकिन राज्य सरकार के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती संदिग्धों के सैम्पल हल्द्वानी लैब भेजे जा रहे थे। इससे जांच रिपोर्ट आने में समय लग रहा था। इस समस्या को देखते हुए सरकार ने कोरोना के मामले आने पर देहरादून स्थित दून मेडिकल कॉलेज को भी कोरोना से जुड़े सैम्पल की जांच की अनुमति आईसीएमआर से मांगी थी। इसके लिए पटेलनगर स्थित कॉलेज परिसर में आधुनिक लैब तैयार कर ली थी। यहां सभी स्टाफ पहले ही तैनात किए जा चुके। शुक्रवार को केंद्र ने उत्तराखंड में दून मेडिकल कॉलेज की इस लैब को अनुमति दे दी। इनसे दून अस्पताल समेत प्रेमनगर, विकासनगर, सहसपुर, मसूरी आदि क्षेत्रों से आने वाले सैम्पल जांच हो सकेंगे। इस लैब में प्रतिदिन सौ से ज्यादा सैम्पल की जांच हो सकेगी। दून अस्पताल नके प्रधानाचार्य डॉ आशुतोष सयान ने बताया कि आईसीएमआर से लैब को अनुमति मिल गई है। अब हल्द्वानी की बजाय दून में संदिग्धों के सैम्पल की जांच हो सकेगी।

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