देहरादून में विश्राम कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी, शासन ने मांगी सूची
–बिना अनुमति जिला मुख्यालय छोड़ने वालों का विभागाध्यक्ष से मांगा ब्यौरा
-डीएम टिहरी समेत अन्य ने देहरादून से आने वालों पर लगाई पाबंदी
-लॉक डाउन के बाद रातोंरात देहरादून आ गए थे कई अधिकारी-कर्मचारी
देहरादून। लॉक डाउन के बाद राजधानी में विश्राम करने आये अधिकारियों और कर्मचारियों पर शासन ने कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। बिना अनुमति जिला मुख्यालय छोड़ने वाले ऐसे कार्मिकों की सूची विभागध्यक्ष से मांगी गई है। इधर , डीएम टिहरी, उत्तरकाशी समेत अन्य ने देहरादून से पहाड़ आने वालों पर पाबंदी लगा दी है। पुलिस को चेक पोस्ट पर गहन चेकिंग करने के आदेश दिए गए हैं। ताकि रेड जोन से कोई भी जनपद में घुस न पाए।
कोरोना महामारी रोकने के लिए शुरू हुए लॉक डाउन के बाद जनपदों में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी देहरादून पहुंच गए। पहले 14 अप्रैल और अब लॉक डाउन 3 मई तक है। ऐसे में पहाड़ से मैदान को उतरे कर्मचारियों और अधिकारियों में अधिकांश लॉक डाउन से देहरादून में डटे हैं। जबकि शासन ने बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ने, वर्क फ्रॉम होम तथा जरूत पड़ने पर दफ्तर बुलाने के आदेश दिए थे। लेेकिन लॉकडाउन की घोषणा होते ही कुछ अधिकारी व कर्मचारी रातोंरात पहाड़ी जिलों को छोड़कर अपने देहरादून आवास पर पहुंच गए। तब से यहीं विश्राम कर रहे हैं। इस पर शासन के एक आदेश ने अब उनके आराम में खलबली मचा दी है। शासन ने जिलों को आदेश दिए हैं कि जो अधिकारी-कर्मचारी मुख्यालय में मौजूद नहीं हैं उनकी सूचना तत्काल उपलब्ध करवाए। इसके बाद प्रशासन इसकी सूचना तैयार कर रहा है। सूत्रों का कहना है कि यदि बिना अनुमति और कार्य के मुख्यालय छोड़ा तो ऐसे लोगों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। इसके लिए शासन कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
खुद विभागाध्यक्ष भी दून में
हद तो यह है कि शासन ने विभागाध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी है, लेकिन कई विभागाध्यक्ष राजधानी में आ गए थे। अब दून से सूचना शासन तक भेजने के लिए व्हाट्सएप और ईमेल का सहारा ले रहे हैं। हालांकि शासन ने कहा कि यदि वे दफ्तरों में मौजूद नहीं है तो क्या उन्होंने अवकाश लिया है। यदि अवकाश लिया है तो अवकाश अवधि का विवरण दें। जो बगैर अवकाश के गायब है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।