बदरीनाथ धाम में ग्लेशियर और भूस्खलन से कपाट खोलने की तैयारी में खलल
-पाण्डुकेशर से आगे कई जगह ग्लेशियर बन रहे आवाजाही में बाधक
-कंचनगंगा में हाईवे पर भूस्खलन से तैयारी को जा रहे लोगों को उठानी पड़ रही परेशानी
-धाम में रंग-रंगोन के साथ सेनेटाइजेशन का काम शुरू, 15 मई को खुलेंगे कपाट
चमोली। कोरोना महामारी के बीच चारधाम यात्रा तैयारी पर मौसम की मार पड़ रही है। बदरीनाथ धाम में जगह जगह ग्लेशियर जहां खतरा बने हुए हैं, वहीं भूस्खलन से आवाजाही बाधित हो रही है। गुरुवार को कंचनगंगा के पास भारी बोल्डर आने से धाम तक आवाजाही ठप हो गई है। इधर, धाम में सेनेटाइजेशन के साथ रंगाई-पुताई समेत अन्य व्यवस्था जुटाने का काम शुरू हो गया है।
लॉक डाउन के चलते भगवान बदरीनाथ
के कपाट खुलने की तिथि इतिहास में बदली गई। अब कपाट 30 अप्रैल की जगह 15 मई को खुलेंगे। ऐसे में धाम में जरूरी सुविधाएं जुटानी प्रशासन के लिए चुनौती बनी है। हालांकि इस बार कोरोना के चलते शुरुआत में भीड़ नहीं जुटेगी। किंतु सरकार अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती। यही कारण है कि देवस्थानम बोर्ड और मंदिर समिति सभी तैयारी में जुट गई है। इस बार धाम में भारी बर्फबारी होने के कारण तैयारी में कुछ मुश्किलें उठानी पड़ रही है। खासकर रास्ते में भारी ग्लेशियर आने से आवाजाही में खतरा बना हुआ है। ग्लेशियर तेजी से सड़क को अवरुद्ध कर रहे हैं। इससे धाम तक जरूरी सामान और मशीनरी पहुंचाने में दिक्कतें उठानी पड़ रही है। जबकि बर्फबारी से हुए नुकसान को समय पर दुरुस्त करना भी कठिन है। इसके अलावा भूस्खलन का खतरा हाईवे पर जगह जगह बरकरार है। गुरुवार को कंचनगंगा में भारी भूस्खलन से आवाजाही बाधित हो गई। इससे आने जाने में लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ी। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग 58 कंचनगंगा के समीप भारी भूस्खलन के चलते बंद पड़ा हुआ है। एनएच की टीम मार्ग खोलने में जुटी है।भूस्खलन ज्यादा होने के कारण कल तक मार्ग खुलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस समय बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की तैयारियां जोरों पर है और जरूरी सामान को बद्रीनाथ धाम तक पहुंचना है। ऐसे में मार्ग बंद हो गया है जो कि और भी परेशानी का सबब बनता जा रहा है।
अब 15 मई को खुलेंगे कपट
देहरादून। भगवान बद्रीविशाल के कपाट अब तय तिथि के बाद 15 मई को खोले जाएंगे। यह इतिहास में आज तक का सबसे बड़ा परिवर्तन है। भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने की तैयारियां देवस्थानम बोर्ड के द्वारा शुरू कर दी गई है। बद्रीनाथ धाम के अधिशासी अधिकारी विपिन तिवारी ने बताया किि बद्रीनाथ मंदिर पर रंग समेेे दूसरे काम शुरू कर दिया है। वहीं धाम में बिजली ,पानी की व्यवस्था को दूरस्थ कर दिया गया है और बर्फ साफ करने का कार्य भी जारी है बद्रीनाथ धाम के मंदिर परिसर में 5 फीट बर्फ गिरी हुई है। जिसको साफ करने का कार्य इस समय चल रहा है। मंदिर के आसपास हलांकि बर्फ पिघल चुकी है। अब कुछ कुछ जगहों पर बर्फ दिखाई दे रही है। साकेत चौराहा से लेकर मुख्य चौराहा तक बर्फ को साफ करने में बीआरओ की मशीन लगाई गई। जिसको अब पूर्ण रूप से साफ कर दिया गया है।