कोरोना की विपदा में 101 गांव के लिए हनुमान बनी देवप्रयाग पुलिस

-थानेदार महिपाल सिंह रावत ने सुरक्षा के साथ पेश की जनसेवा की अनूठी मिसाल

-सिपाहियों को दो-दो, दरोगाओं को पांच-पांच और स्वयं गोद लिए 13 गांव

-हर गांव में लॉक डाउन तक राशन, दवा और बीमारों को इलाज देने का लिया संकल्प

देहरादून। कोरोना महामारी ने शहर से लेकर गांव तक विपदा खड़ी कर रखी है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस विपदा में फंसे लोगों के लिए हर कदम पर संकटमोचक बनी हुई है। कुछ ऐसा ही देवप्रयाग के थानेदार महिपाल सिंह रावत और उनकी सेना कोरोना के चलते विपदा में फंसे 101 गांव के लोगों के लिए हनुमान की भूमिका निभा रही है। थाने ने क्षेत्र के 101 गांव को गोद ले कर वहां राशन, दवा से लेकर विपदा में सेवा का संकल्प लिया है।

टिहरी और पौड़ी जनपद की सीमा पर स्थित देवप्रयाग थाने ने कोरोना महामारी में न केवल उत्तराखंड बल्कि देश के कई थानों में सुरक्षा और समाज सेवा की अनूठी मिसाल कायम की है। थाने में थानेदार समेत कुल 34 सिपाही और दरोगा तैनात हैं। लॉक डाउन के चलते मुख्य बाजार से लेकर कस्बों में छोटी दुकानें भी बंद हो गई है। पीछे से आपूर्ति भी प्रभावित चल रही है। ऐसे में ग्रामीणों को पहले तो कई किमी सड़क या बाज़ार तक आना पड़ता है। इसके बाद सामान न मिलने से वापस लौटना पड़ा रहा था। इस बीच सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन का पूरा ख्याल रखा जाना। देवप्रयाग थाने की पुलिस ने ग्रामीणों की समस्या को करीब से देखा और तय किया कि लॉक डाउन तक वह हर गांव को अपना घर समझेंगे। गांव में अपने घर जैसी जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया गया। इसके लिए थाने के पुलिस कर्मियों ने जरूरतमंद, बीमार, असहाय, बुजुर्गों की मदद का संकल्प लिया। मदद में आने वाला खर्चा भी अपनी वेतन से उठाने की बात कही। थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि थाना क्षेत्र के 48 ग्राम पंचायतों में 101 छोटे बड़े गांव हैं। इन गांव में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था, जागरूकता अभियान कोरोना शुरू होने से चला रही। 22 मार्च के बाद हर गांव में पुलिस सिपाही और दरोगा जा रहे हैं। लॉक डाउन हुआ तो पहले गांव और उसके आसपास के दुकानदारों को सभी के लिए राशन पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई। ताकि बाजार तक भीड़ आने की बजाय गांव में व्यवस्थित तरीके से राशन का वितरण हो सके। लेकिन अब हर सिपाही को दो दो गांव, दरोगा को पांच पांच तथा स्वयं थानेदार ने 13 गांव गोद लिए हैं।

कुछ इस तरह गोद लिए गांव

थाना क्षेत्र में देवप्रयाग व नरेंद्रनगर ब्लॉक की 48 ग्राम पंचायतों के 101 गांवों को गोद लिया है। गांवो में राशन व चिकित्सा की व्यवस्था पुलिस स्टाफ अपने वेतन से करेगा। थाना प्रभारी महिपालसिह रावत ने बताया कि समस्त पुलिस स्टाफ ने लॉक डाउन की स्थिति में स्वेच्छा से थाना क्षेत्र के 101 गांवों में राशन व चिकित्सा की व्यवस्था अपने वेतन की राशि से किये जाने का निर्णय लिया गया। इसमें थाने के 24 सिपाही दो दो गांव,5 एसआई आठ आठ गांव व थाना प्रभारी द्वारा 13 गांव गोद लिए गए हैं। थाने मे तैनात 4 महिला सिपाहियो ने इसको जन सेवा का बेहतर अवसर माना है।

 

मन को मिल रहा सुकून

गांव गोद लेने वाली टीम में शामिल महिला सिपाही ज्योति ने कहा कि सुरक्षा देना हमारा फर्ज और कर्तव्य है। ऐसे में मुसीबत में फंसे लोगों की मदद करना हमारा सौभाग्य है। इससे हमारे मन को सुकून मिल रहा है। अपने वेतन से असहाय ग्रामीण लोगों को सहायता देकर बहुत संतुष्टि मिलेगी।

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