उत्तराखंड में कृषि मंत्री की किसानों को सौगात, बीज खरीद पर 75 फीसद सब्सिडी

-कोरोना महामारी के बीच किसानों की आर्थिक सुधार को कृषि मंत्री सुबोध उनियाल चिंतित

-टिहरी और उत्तरकाशी में कोरोना की मॉनिटरिंग के बीच किसानों के हित मे फैसले

-राज्य में फल, सब्जी और फूलों की खेती में जैविकता पर दे रहे जोर, नुकसान की होगी भरपाई

देहरादून। कोरोना महामारी के बीच उत्तराखंड के किसानों के लिए अच्छी खबर है। राज्य के कृषि और उद्यान मंत्री सुबोध उनियाल ने किसानों की आर्थिकी में सुधार लाने को बीजों की खरीद पर बड़ी सौगात देते हुए 75 फीसद सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा अपणु बाजार चलाने को स्वयं सहायता समूह को दो लाख तक सब्सिडी दी जाएगी। इसी तरह विभाग को खाद, उपकरण एवं तक तकनीकी सहयोग भी किसानों को समय पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।

 

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने लॉक डाउन के चलते आर्थिक नुकसान झेल रहे किसानों को बड़ी राहत दी है। खेतों में तैयार फसल को बर्बादी से बचाने के अलावा आगे आने वाली फसल से किसानों को फायदा पहुंचे, इसके लिए बीज खरीद में 50 फीसद छूट को 75 कर दिया है। अब 25 फीसद भुगतान करने पर किसानों को जैविक बीज और खाद मिल सकेगी। इसके अलावा तराई बीज विकास निगम की ओर से बीजों के रेट में की गई बढ़ोत्तरी को एक साल के लिए स्थगित कर दिया है। बुधवार को यमुना कालोनी स्थित अपने आवास पर विभागीय अधिकारियों की बैठक में मंत्री ने कई बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से कृषि और बागवानी के कार्यों को नुकसान हुआ है। ऐसे में किसानों के हितों का सरकार पूरा ख्याल रखेगी। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों के हितों को लेकर जो कार्य योजना बनाई गई, उसको मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी सहमति दे दी है। कहा कि कृषि ऋण की सीमा बढ़ाने का फैसला शीघ्र राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में लिया जाएगा। प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में परंपरागत फसलों के बीजों को अब प्रमाणीकरण की मान्यता मिल गई है।

फूलों और मशरूम को नुकसान

कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में लॉकडाउन के चलते फूलों और मशरूम को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। खेतों में फूल तैयार है लेकिन लॉक डाउन से सभी आयोजन स्थगित होने करोड़ों का नुकसान हो रहा है। इसी तरह मशरूम उत्पादन पर भी असर पड़ा है। दोनों फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए मानक निर्धारित कर केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाएगा। ताकि किसानों के हित में निर्णय लिया जा सके।

सहकारी संघ करेंगे जैविक उर्वरकों की आपूर्ति
उत्तराखंड में जैविक खाद की कहीं भी कमी नहीं होने दी जाएगी। राज्य के सभी 10 जैविक विकासखंडों में सहकारी संघ के माध्यम से जैविक खादों की आपूर्ति की जाएगी। कृषि मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि तत्काल सचिव सहकारिता को आपूर्ति का प्रस्ताव भेजा जाए। इससे समय पर जैविक खाद किसानों को उपलब्ध हो जाएगी।

अपणू बाजार को मिले बढ़ावा

राज्य में सरकार अपणू बाज़ार का संचालन कर रही है। स्थानीय किसानों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए अपणु बाजार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से संचालित किए जाएंगे। प्रत्येक अपणु बाजार को उत्तराखंड बीज प्रमाणीकरण एजेंसी के माध्यम से दो लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी। जबकि स्थायी निर्माण कार्य के लिए मंडी परिषद से विकास सेस का पैसा दिया जाएगा। इससे स्वयं सहायता समूह दो लाख तक सब्सिडी ले सकेंगे।
टिहरी और उत्तरकाशी की हर दिन मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को टिहरी और उत्तरकाशी में कोरोना का जिम्मा दिया है। ऐसे में कृषि मंत्री यहां के डीएम और एसपी समेत कोरोना की जंग में जुटे अधिकारियों से हर दिन अपडेट ले रहे हैं। कोरोना महामारी के बचाव और प्रभावित लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो, इन बात का ख्याल रखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि अभी तक दोनों ज़िले कोरोना मुक्त हैं। यह सब मंत्री की ठोस मॉनिटरिंग का परिणाम है।

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