उत्तराखंड में लॉक डाउन के बाद होंगी स्थगित बोर्ड परीक्षाएं
-परीक्षाओं और परिणाम को लेकर शिक्षा सचिव ने जारी की गाइड लाइन
-कक्षा आठ तक अनिवार्य रूप से सभी को कक्षोन्नति करने के दिये गए निर्देश
-9वीं और 11वीं में भी पूर्व के प्रदर्शन पर करें कक्षोन्नति, खराब प्रदर्शन पर दें एक मौका
देहरादून। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की 10वीं और 12 वीं की स्थगित बोर्ड परीक्षाएं लॉक डाउन के बाद होंगी। इसके लिए दस दिन का समय दिया जाएगा। इसके अलावा नर्सरी से लेकर कक्षा 8 तक सभी छात्र छात्राओं को पूर्व के प्रदर्शन औऱ वर्क के आधार पर कक्षोन्नति प्रदान की जाएगी। यदि किसी की स्थिति खराब है तो उनको लॉक डाउन के बाद उपचारात्मक शिक्षण सुविधा के साथ दो माह का अतिरिक्त समय परीक्षा पास करने के लिए दिया जाएगा।
उत्तराखंड में लॉक डाउन बढ़ने के साथ ही विभागों ने पेंडिंग काम को लेकर नया प्लान लागू करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने भी विद्यालयी शिक्षा आए जुड़ी परीक्षाओं को लेकर मंगलवार को जरूरी गाइड लाइन जारी की है। सचिव ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के चलते 10वीं और 12वीं की जो परीक्षा 23,24 और 25 मार्च को स्थगित की गई थी, वह अब लॉक डाउन खत्म होने के बाद संपादित की जाएगी। इसके लिए शिक्षा निदेशक को निर्देश दिए गए कि समय पर इन परीक्षाओं का शेड्यूल तैयार कर दस दिन के भीतर कराने की योजना पर अभी से काम करना शुरू कर दें। इसके अलावा देहरादून के एफआरआइ परिसर में कोरोना संक्रमण के चलते जो परीक्षाएं स्थगित की गई थी, उसके लिए भी परिषद शेड्यूल बनाकर सीईओ देहरादून के माध्यम से सम्पन्न कराने की योजना बना दें। सचिव ने यह भी निर्देश दिए गए कि 9 वीं और 11वीं की परीक्षा अधिकांश विद्यालयों में संपादित कर दी थी। ऐसे विद्यालय परीक्षा परिणाम जारी कर दें। जिन विद्यालय में परीक्षा नहीं हुई, वह अर्धवार्षिक परीक्षा, मासिक परीक्षा, प्रोजेक्ट वर्क आदि के आधार पर कक्षोन्नति का लाभ दें। यदि किसी छात्र छात्राओं की स्थिति खराब है तो उन्हें एक मौका दिया जाए। परीक्षा की तैयारी को दो माह का समय दें और अपने सुविधा अनुसार इनकी अलग से परीक्षा कराएं। ताकि शिक्षण कार्य सुचारू चल सके।
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परीक्षा के बाद मूल्यांकन
बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन भी स्थगित परीक्षा कराए जाने तक लटक गया है। सचिव ने कहा कि परिषद स्थगित परीक्षा कराने के बाद मूल्यांकन का शेड्यूल जारी करें। ताकि समय पर मूल्यांकन कार्य शुरू हो सके। लॉक डाउन हटने के बाद मूल्यांकन को लेकर अलग से कार्यक्रम जारी किया जाय।