पुरोला के पूर्व विधायक मालचंद पर मुकदमा, मास्क बांट कर तोड़ी सोशल डिस्टेंसिंग
देहरादून। उत्तरकाशी के पुरोला क्षेत्र के पूर्व विधायक ने लॉक डाउन में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी। विधायक ने क्षेत्र के कई इलाकों में लोगों को एकत्र कर मास्क वितरण के साथ विपदा की इस घड़ी में लम्बा भाषण देकर कोरोना के बचाव की जानकारी दी। पूर्व विधायक के इस कदम की जानकारी राजस्व पुलिस को लगी तो क्षेत्रीय पटवारी ने पूर्व विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इधर, डीएम उत्तरकाशी डॉ आशीष चौहान ने कहा कि मुकदमा दर्ज करने और बिना अनुमति के मास्क वितरण पर एसडीएम से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
पुरोला के पूर्व विधायक मालचंद ने गत दिवस एसडीएम पुरोला से मास्क वितरण की अनुमति मांगी गई थी। मामला राजनीतिक होने पर एसडीएम ने उच्चाधिकारियों से दिशा निर्देश मांगे गए। मामला राजनीतिक न हो और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न हो, इस पर प्रशासन अनुमति देने से बचता रहा। मगर, अनुमति न मिलने के बावजूद पूर्व विधायक ने भंकोली समेत अन्य क्षेत्र में मास्क वितरण किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक पर मास्क वितरण और सेनेटाइजर वितरण के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने की बात सामने आई है। सोशल मीडिया में इसकी फ़ोटो भी वायरल हुई। लोगों में इस बात की चर्चा हो रही कि जिस लोक डाउन में लोग जान बचाने की जुगत में लगे हुए हैं, वहीं कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं। वह भी तब जब ज़िला प्रशासन, सरकार महामारी से निपटने को दिनरात कार्य कर रही है। यही कारण है कि अभी तक देशभर में कहीं भी राजनीतिक दल से जुड़े इस पर राजनीति नहीं कर रहे हैं। मगर , पुरोला के पूर्व विधायक मालचंद ने बिना अनुमति के मास्क वितरण में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यही कारण है कि प्रकरण संवेदनशील होने पर भंकोली के राजस्व पटवारी ने भी पूर्व विधायक मालचंद पर सोशल डिस्टेंसिंग और धारा 144 का उल्लंघन पर धारा 188 में मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा भंकोली के ग्राम प्रहरी जगत राम की तहरीर पर किया गया।
इधर, इस पूरे प्रकरण पर उत्तरकाशी के डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा कि पूर्व विधायक ने अनुमति मांगी थी, लेकिन लॉक डाउन होने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न हो , इसलिए अनुमति नहीं दी गई। पूर्व विधायक पर मुकदमे की नौबत क्यों आई इस पर पूरी रिपोर्ट एसडीएम से मांगी गई है। उन्होंनेे स्पष्ट कहा कि अभी तक मास्क वितरण से लेकर दूसरी मदद को किसी भी राजनीतिक दल को अनुमति नहीं दी गई है।सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन का जनपद में सख्ती से पालन कराया जा रहा है। ऐसे में जनप्रतिनिधियों को भी इसका पालन कर सहयोग देना चाहिए। उधर, प्रकरण की वास्तविकता जानने को पूर्व विधायक मालचंद से कई फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। इस प्रकरण पर जब उनका पक्ष आएगा, रखा जाएगा।
…तो पूर्व विधायक और पटवारी का पुराना विवाद
मास्क वितरण में जहां पूर्व विधायक मालचंद ने अनुमति न होने पर कानून का उल्लंघन किया है। वहीं, पटवारी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार भंकोली के पटवारी और पूर्व विधायक के बीच कोई पुराना विवाद चल रहा है। यही कारण है कि मौका पाते ही पटवारी ने पूर्व विधायक पर मुकदमा दर्ज कर लिया। अब मामला नियम-कानून के बीच उलझ गया है ऐसे में उच्चाधिकारियों में भी प्रकरण खासा को लेकर अलग अलग बातें सामने आ रही है।