चमोली की देवकी दीदी ने पीएम राहत कोष में दिए दस लाख, दानवीरता पर सल्यूट

पति हुकुम सिंह भंडारी थे रेशम विभाग में बाबू ki , 12 साल पहले हो गया था निधन

-देश और राज्य के करोड़पति और खरबपतियों को दान देने की मिलेगी प्रेरणा

-एचआरडी मिनिस्टर निशंक समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने की सराहना

-सोशल मीडिया में देवकी देवी की दानवीरता को खूब सराहा रहे आम से खास लोग

देहरादून। कोरोना महामारी के बीच लोग जहां दाने दाने और पाई पाई के लिए मोहताज हैं, वहीं दानवीर दिल खोलकर मदद को अपना खजाना खोल रहे हैं। अब तक देश भर में उद्योगपतियों, व्यापारियों और जानी-मानी हस्तियों के दान की चर्चा थी। मगर, अब उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली की बुजुर्ग महिला देवकी देवी की दानवीरता हर किसी की जुबां पर है। देवकी देवी ने कोरोना की विपदा में बड़ा दिल दिखाते हुए कोरोना पीड़ितों की मदद को अपने स्वर्गीय पति और अपनी जमापूंजी के दस लाख रुपये पीएम केेयर्स में जमा किए हैैं। उनकी यह पहल देेश और राज्य के करोड़पति और खरबपतियों के लिए प्रेरणा दायक साबित होगी।

मूल रूप से बचणस्यूं पट्टी के ख़िरसु की रहने वाली देवकी भंडारी वर्तमान में गौचर (चमोली) में रहती है। उनके पति हुकुम सिंह भंडारी रेशम विभाग में बाबू थे। पति का देहांत 12 साल पहले हो गया था। तब से देवकी अकेले गौचर में रहती है। उनकी कोई संतान नहीं है। गौचर में वह देवकी दीदी के नाम से भी प्रसिद्ध है। लोगों की मदद को देवकी हमेशा आगे रहती है। कुछ दिन पहले देवकी के दिल्ली में रहने वाले रिश्तेदारों ने कोरोना महामारी के बारे में जनकारी दी। साथ जी देवकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फैन है। प्रधानमंत्री राहत कोष (पीएम केयर्स) के बारे में भी रिश्तेदारों ने जानकारी दी। इस पर देवकी देवी ने अपने गौचर में रहने वाले रिश्तदारों को पास के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ले गए। जहां देवकी देवी ने बैंक में जमा अपनी और पति की जमापूंजी को दान करने की पेशकश की। इन पर बैंक कर्मियों ने जमा पर्ची भरने को कहा। इस दौरान जब देवकी देवी ने पीएम केयर्सके पूर्व दस लाख जमा करने की बात कही तो बैंक के अभी कर्मचारी और अधिकारी कुर्सी पर खड़े हो गए। महिला की दानवीरता को सल्यूट करते हुए बैंक कर्मियों ने उनकी मदद की। देवकी देवी ने कोरोना पीड़ितो की मदद को ठेठ पहाड़ी गांव से नाता रखने पर जिस तरह से बड़ा दिल दिखाया है, उसकी चौतरफा तारीफ हो रही है। अब लोग देश और राज्य में अमीरों की तरफ भी देवकी देवी का उदाहरण देकर देखने लगे हैं। ताकि इस विपदा में सभी अपना सहयोग दे सकें।

गोद लिया बेटे को करा रही बीटेक

देवकी देवी के घर पर एक युवक वर्षों पहले पॉलिटेक्निक करने की पढ़ाई करने बतौर किराएदार आया था। वह देवकी देवी का खूब ख्याल रखता था। इस युवक को देवकी देवी ने गोद ले रखा है। वह युवक के घर पर भी लम्बे समय तक रही। युवक से वह अब बीटेक करा रही है।

देवकी में बचपन से देशभक्ति

देवकी का मायका बिजलाकोट सारी में है। उनके पिता आजाद हिंद फौज में देश की सेवा कर चुके हैं। पिता से देश भक्ति की प्रेरणा मिली। शादी हुई तो पति ने समाज सेवा में साथ दिया। पति का निधन हुआ तो देवकी देवी देशभक्तिके रम गई। अब वह 60 साल की उम्र पार कर चुकी है। बावजूद देश और समाज को उनका समर्पण देखने लायक है।

एचआरडी मिनिस्टर डॉ निशंक ने की तारीफ

गौचर की देवकी देवी की दानवीरता के बारे में जैसे ही देश के मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को जानकारी लगी तो उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर देवकी की तारीफ लिख डाली।  उन्होंने लिखा कि हमारी मातृ शक्ति आदरणीया श्रीमती देवकी भण्डारी जी ने हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर अपने जीवन की सम्पूर्ण संचित जमा पूँजी- 10 लाख रुपये की धन राशि प्रधानमंत्री केयर फंड में कोरोना महामारी से लड़ने के लिये देश सेवा में समर्पित की है। मुझे अपनी इस मातृशक्ति पर बहुत गर्व है। कोरोना वैश्विक संकट के इस दौर में भारत माँ की इस दानवीर रत्न को, इनके समर्पण भाव को मैं शत शत नमन करता हूँ।
मुझे इसके साथ ही साथ यह भी ज्ञात हुआ है कि हमारी इस माता ने एक पुत्र को भी गोद लिया है और जिसका पूरा भरण-पोषण का खर्चा वह स्वयं वहन करती है और आज इनका ये पुत्र बीटेक में स्नातक की उपाधि प्राप्त कर चुका है।

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