कोरोना महामारी में दानवीर बने उत्तरकाशी के प्रधान, 15 लाख दिए दान
-जनपद के 508 प्रधानों ने दान दिया अपना दो माह का पूरा वेतन
-विधायक और सांसदों को दिखाया आईना, आगे भी रहेंगे मदद को तैयार
देहरादून। कोरोना महामारी में उत्तरकाशी के ग्राम प्रधानों ने बड़ा दिल दिखाया है। महामारी से निपटने को प्रधानों ने अपने दो माह का पूरा वेतन दान दिया है। जिलाधिकारी के मार्फ़त प्रधानों ने यह रकम दान दी है। प्रधानों के इस निर्णय की चारों तरह वाहवाही हो रही है। साथ ही लाखों रुपए वेतन और भत्ते लेने वाले विधायक और सांसदों को भी प्रधानों ने इस निर्णय से आईना दिखा दिया है।
उत्तराखंड में कोरोना महामारी को लेकर दानवीर भी आगे आ रहे हैं। राशन, खाना, पानी जैसी जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के साथ लोग आर्थिक मदद को भी खिलकर आगे आये हैं। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में कुछ इसी तरह प्रधानों ने कोरोना महामारी से निपटने में अपने तमाम स्वार्थ की परवाह न कर आर्थिक मदद को आगे आये हैं। ज़िला प्रधान संगठन के अध्यक्ष प्रताप सिंह रावत ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने में आपसी सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी प्रधानों से हुई सहमति के बाद वह अपनी दो माह की वेतन कोरोना से निपटने के लिए दे रहे हैं। दो माह का वेतन 15 लाख 24 हजार रुपये जिलाधिकारी आशीष चौहान की मदद दे रहे हैं। इस सम्बंध में डीएम को भी प्रधानों ने अपना रकम दान करने का पत्र सौंप दिया है। इधर, प्रधानों के इस कदम से राज्य में मोटी वेतन लेने वाले अधिकारी, कर्मचारी और यहां तक विधायक और सांसदों पर भी सवाल उठ रहे हैं। खास कर मुख्यमंत्री के निर्देश और कैबिनेट के प्रस्ताव पर विधायक 15-15 लाख देकर फेसबुक और सोशल मीडिया में ऐसा जता रहे थे कि जैसा उन्होंने अपनी जीवन की कमाई दी होगी।
सांसद भट्ट और विधायक धामी की तारीफ
नैनीताल के सांसद अजय भट्ट ने देश के सभी सांसदों में अपनी पूरी यानि पांच करोड़ की निधि दान कर दी। सांसद ने कहा कि महामारी की घड़ी में वह जनता के साथ हैं। इसी तरह धारचूला के विधायक हरीश धामी ने भी 30 लाख निधि से देकर बड़ा दिल दिखाया है।