उत्तराखंड में पर्यटकों की आवाजाही रोकी, बेवजह न करें यात्रा
देहरादून। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने उत्तराखंड में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इसके अलावा स्थानीय लोगों से भी बेवजह आवाजाही न करने की अपील की है। यह आदेश अग्रिम निर्णय तक लागू रहेगा। साथ ही ट्रेवल एवं होटल व्यवसायियों से भी पर्यटन सचिव ने सतर्क और सुरक्षित रहने की अपील की है।
विश्व व्यापी कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से बचने के लिए एहतियात के तौर पर राज्य सरकार ने बाहर से आने वाले पर्यटकों पर रोक लगा दी है। यह कदम सरकार ने कोरोना के कहर से उठाया है। इसके अलावा भारत सरकार ने भी 15 अप्रैल तक भारत आगमन के समस्त वीजा निरस्त कर दिए गए हैं। ऐसे के सभी देशी और विदेशी पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि यह प्रतिबंध बाहर से आने वाले नए पर्यटकों पर लागू होगा। जो पर्यटक पहले से राज्य के भीतर प्रवास पर हैं, वह राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन करते हुए राज्य में रह सकेंगे। उन्होंने समस्त होटल व्यवसायियों से अपील की कि जो भी देशी या विदेशी पर्यटक पहले से बुकिंग कर होटल अथवा रिसोर्ट आदि में प्रवास कर रहे हैं उनके साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव ना किया जाए। पर्यटकों को जरूरी दिशा-निर्देशों से अवगत कराया जाए ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने समस्त होटल व्यवसायियों से स्वास्थ्य तथा स्वच्छता के उच्चतम मानकों का पालन करने की अपील की।
वापस करें बुकिंग की रकम
पर्यटन सचिव ने होटल स्वामियों तथा ट्रैवल एजेंट्स से अपील की कि जिन पर्यटकों द्वारा पूर्व में ही बुकिंग करवाते हुए इस हेतु धनराशि का भुगतान कर दिया गया है उन्हें यथासंभव अधिकतम भुगतान वापस किया जाए। उन्होंने कहा कि होटल तथा ट्रैवल व्यवसाय के लिए यह निश्चित रूप से एक बड़ा आर्थिक नुकसान है, मगर वर्तमान में इस असाधारण परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए मानव जीवन की रक्षा के लिए हमें इस सबसे ऊपर उठकर सोचने की आवश्यकता है।
पर्यटकों के लिए यहां बनाया सहायता केंद्र
पर्यटन सचिव जावलकर ने बताया कि कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद नेे देशी तथा विदेशी पर्यटकों की सहायता के लिए गढ़ी कैंट स्थित पर्यटन मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। यहां दूरभाष 0135 255 9898 पर सहायता ले सकते हैं। उन्होंने राज्य में रह रहे पर्यटकों से अपील की कि वे अनावश्यक यात्राओं से बचें और अपने निवास के स्थान से बाहर ना निकले। साथ ही किसी प्रकार के असामान्य लक्षण पाए जाने की दशा में सहयता हेतु तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र अथवा कोरोना नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें।