चितई गोलू देवता के मंदिर में कर्मचारियों ने लगाए खुशी के जागर
-प्रमोशन में आरक्षण समाप्त करने पर सरकार का जताया आभार, पहले भेजी थी बभूति
-दून में सरकार का आदेश मिलते ही कर्मचारी संगठनों ने एक साथ मनाई होली-दिवाली
-अल्मोड़ा में कार्मिक एकता मंच ने गोल्ज्यू मंदिर में लगाई खुशी के जागर
देहरादून। राज्य में प्रमोशन (पदोन्नति) में लगी रोक हटने और प्रमोशन में आरक्षण समाप्त करने का जश्न दूसरे दिन भी जारी रहा। दून में जहां कर्मचारी संगठनों ने आदेश की खुशी में एक साथ होली-दिवाली मनाई, वहीं अल्मोड़ा में न्याय के देवता यानि चितई गोल्ज्यू (गोलू) के मंदिर में खुशी के जागर लगा कर खुशी मनाई। अब कर्मचारी संगठनों ने आरक्षण के कारण अटके प्रमोशन की प्रक्रिया जल्द शुरू कराने की मांग की।
उत्तराखंड में प्रमोशन में भी आरक्षण दिए जाने से हजारों प्रमोशन लटके हुए थे। आरक्षण के विरोध में जहां जनरल और ओबीसी सड़क पर मुखर थे, वहीं आरक्षण के पक्षधर में खड़े एससी और एसटी के लोग भी अपनी मांग पर आड़े थे। दोनों संगठनों में विवाद होने से सरकार ने भी चुप्पी साध रखी थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट 2012 में ही आरक्षण पर स्थिति स्पष्ट कर चुका था। बावजूद सरकार एक दूसरे संगठन की नाराजग को देखते हुए निर्णय नहीं ले रही थी। मामला बिगड़ने पर जनरल ओबीसी संगठन ने दो मार्च से आरपार की लड़ाई शुरू कर दी थी। कोरोना संक्रमण के बीच भी कर्मचारी संगठन धरना प्रदर्शन में डटे रहे। इससे सरकार की चिंता बढ़ गई थी। बुधवार को सरकार ने कर्मचारियों की प्रमोशन में आरक्षण को समाप्त करनी समेत अन्य मांग मान ली थी। इसके बाद जनरल ओबीसी कर्मचारियों में जश्न का माहौल है। सरकार के इस आदेश पर दूसरे दिन भी उत्तरकाशी, चमोली, चंपावत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ आदि सीमांत ज़िलों में जश्न का माहौल रहा। इधर, उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच के बैनर तले हड़ताली कार्मिकों ने गुरुवार को अल्मोड़ा में न्याय के देवता गोलू देवता के मन्दिर में खुशी के जागर लगाए। यहां कर्मचारियों ने देवताओं से राज्य की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इनसे पहले भी मंच ने मंदिर में जवाबदेही हेतु जागर लगाई । गुरुवार को भी सेे सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी गांधी पार्क से जनगीत गाते गाते हुए मन्दिर तक पहुंचे। सच्चे दरबार में जयकारे के बीच जगरिया विशन राम ने हुडके की थाप पर जागर लगाया ।
मंच के मुख्य संयोजक रमेश पाण्डे एवं डीडी फुलोरिय ने सरकार के आदेश का स्वागत कर ऐतिहासिक निर्णय बताया। कहा कि इस निर्णय से विकास की रफ्तार बढ़ेगी। डंगरिया राजेन्द्र राम ने जागर लगाते हुए मंच के प्रतिनिधियों को आशीर्वाद दिया। मंच के मुख्य संयोजक रमेेेशचन्द्र पांडेय ने बताया कि हड़ताल के दौरान गोलू मंदिर में जागर लगाए गए थे। जागर की बभूति ज़िलाधिकारी के मार्फ़त मुख्यमंत्री को भेजी थी । जागर हेतु गठित आयोजन समिति के संयोजक पुष्कर सिंह भैसोड़ा आदि ने आयोजन पर सभी का आभार जताया।