कोरोना के डर से उत्तराखंड में वर्क फ्रॉम होम का आदेश, सचिवालय में भी छुट्टी
देहरादून। कोरोना वायरस केे संक्रमण के बचाव को लेकर उत्तराखंड सरकार ने वर्क फ्रॉम होम का आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा सचिवालय को भी 24 मार्च तक बंद कर दिया है। सचिवालय के कार्मिक भी जरूरी काम घर से करेंगे। 25 मार्च को कोरोना के असर की समीक्षा के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
उत्तराखंड में कर्मचारियों के आंदोलन समाप्त करने के बाद सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण रोकने को बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अब तक कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट की समीक्षा की। इस दौरान बचाव को उठाये गए कदमों पर चर्चा की। कहा कि बीमारी ज्यादा न फैले, इसके लिए ऐहतियात बरतने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस दिशा में कड़े से कड़े फैसले लेने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मुख्य सचिव उतपल कुमार सिंह ने देर शाम आदेश जारी कर कहा कि कोरोना के बचाव को सतर्कता जरूरी है। उन्होंने सभी विभागों के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम पर रहने के आदेश दिए हैं। हालांकि पुलिस और पेयजल विभाग के साथ ही जल संस्थान, खाद्य आपूर्ति और बिजली विभाग के कर्मचारियों को छोड़कर बाकी सभी सरकारी विभागों के लिए यह आदेश जारी किया गया है। आदेश 25 मार्च तक प्रभावी रहेगा। मुख्य सचिव उत्तराखंड ने कहा कि वायरस के बचाव को यह निर्णय लिया गया है। इनके अलावा देहरादून सचिवालय 24 मार्च तक बंद रहेगा। सचिवालय के सभी कर्मचारी घर से ही काम निपटाएंगे। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने यह आदेश जारी किए हैं। इस आदेश में सचिवालय भी 7 दिन तक सैनिटाइज होगा। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस दस्तक दे चुका है। यहां विदेश टूर करने के बाद लौटे आईएफएस दल के एक ट्रेनी आईएफएस में कोरोना की पुष्टि हुई है। उसका अभी इलाज चल रहा है।इसके अलावा कई संदिग्धों का भी इलाज चल रहा है। अभी तक कोरोना के 50 से ज्यादा सेम्पल जांच को भेजे गए हैं। इनमें 25 की रिपोर्ट मिल गई। अभी तक एक मे पुष्टि हुई है।