दून मे ट्रैफिक का बुरा हाल
देहरादून। देहरादून में यातायात के दवाब के चलते आमलोगों को मुसीबतों से दो चार होना पड़ रहा है। सड़कों पर वाहनों के बढ़ते दबाव से सड़कें पूरी तरह से पैक है। दून की सड़कों में विक्रम, ई रिक्शा परेशानियों का सबब बन गए हैं। सीटी बस, विक्रम और थ्री विलर चालकों की मनमानी पहले ही शहरवासियों के लिए मुसीबत बने हुए थे, और अब ई-रिक्शा की वजह से समस्या और विकराल हो गई है। ई रिक्शा चालक नियमों को धत्ता बताकर सड़कों पर चल रहे हैं साथ ही सड़कों के किनारे कब्ज़ा कर रखा है। रिस्पना पुल के ऊपर ऑटो और ई रिक्शा वालों ने स्टैंड बना लिया है, जिसके चलते पुल पर आवाजाही करने वाले अन्य वाहन चालकों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। जबकि यह सबसे व्यस्त सड़क है। वही ई रिक्शा चालक यातायात नियमों को ताक पर रखकर सडकों पर वाहन चला रहे हैं। चालकों को यातायात नियमों का रत्तीभर भी ज्ञान नही हैं। ई रिक्शा वाले जहां, तहां बीच सड़क पर रिक्शा मोड़ देते हैं, जिससे सड़क के दोनों ओर जाम की स्थिति बन जाती है। लेफ्ट टर्न, राइट टर्न का तो पता ही नही, बाईं ओर से ओवर टेक करना यह अपनी शान समझते हैं, जब यह रात को सड़कों पर चलते है तो ना ही डिपर का प्रयोग करते हैं, और न ही हेड लाइट का प्रयोग कर रहे हैं। जिसके चलते ई-रिक्शा आमजन से लेकर ट्रैफिक पुलिस तक के लिए सिर दर्द का कारण बन गए हैं। बिना रूट फॉलो किए ये किसी भी प्रमुख सड़कों पर उतर रहे हैं। इस वक्त देहरादून शहर में लगभग 2478 ई-रिक्शा रजिस्टर्ड हैं। ई-रिक्शा के संचालन से बेरोजगार युवाओं को रोजगार तो मिला है, लेकिन सच यह है की अनट्रेंड चालकों की वजह से दून में ट्रैफिक जाम की समस्या को बडा दिया है। नियम के मुताबिक ई-रिक्शा का संचालन हाईवे पर नहीं हो सकता, पर दून में हाईवे पर भी ई रिक्शा दौड़ रहे हैं। लालपुल, पथरीबाग चौक, कारगी चौक के पास इंद्रेश हॉस्पिटल रोड, रिस्पना पुल, आदि चौराहों पर ई-रिक्शा सड़कों के किनारे खड़े रहने से जाम की स्थिति बनी रहती है, साथ ही पैदल राहगीरों को चलने में मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। नियम के अनुसार ई-रिक्शा केवल वही चला सकता है, जिसके नाम पर रिक्शा रजिस्टर्ड होगा, लेकिन ई रिक्शा रजिस्टर्ड किसी और के नाम पर है और चला कोई और रहा है। लगातार मिल रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए परिवहन विभाग ने ई-रिक्शा का संचालन केवल बस या ऑटो की सुविधा नही होने वाले रूटों पर कराने का प्रयास किया और हाईवे पर इनका संचालन रोकने का प्रयास किया तो ई रिक्शा वाले राजनीति पर उतर आए और धरने प्रदर्शन कर रहे हैं और कुछ राजनीतिक पार्टियां वोटबैंक चमकाने के लिए इनके समर्थन में उतार आई हैं।