कोरोना पीड़ितों की मदद को बढ़ रहे हाथ, राहत कोष में लाखों रुपये का दान
-गायत्री परिवार देहरादून ने दिए दो लाख तो गंगोत्री मंदिर समिति ने एक लाख
-मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की अपनी पांच माह की वेतन देने की घोषणा
– पत्नी ने एक लाख और बेटियों ने 52 हजार रुपये राहत कोष में दिए
देहरादून। कोरोना महामारी से पीड़ित लोगों की मदद को दानवीरों के हाथ आगे आ रहे है। खुद राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी पांच माह की वेतन राहत कोष में देने की घोषणा की है। इनके अलावा गायत्री परिवार देहरादून शाखा ने दो लाख और श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति ने एक लाख रुपए कोरोना पीड़ितों की मदद को राहत कोष में दिए हैं। जबकि गरीब से लेकर नोकरी-पेशा वाले भी मदद को आगे आ रहे हैं।
वैश्विक कोरोना महामारी से पीड़ित जनता की मदद को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके परिवार ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दिल खोलकर मदद दी है। मुख्यमंत्री ने अपने पांच माह का वेतन, उनकी पत्नी ने एक लाख रुपए तो बेटियों ने 52 हजार रुपए राहत कोष के लिए दिए हैं।इसके अलावा पेटीम, गूगल पे, मूव क्विक, समेत अन्य डिजिटल माध्यम से भी लोग गोपनीय दान करने में जुटे हुए हैं।
गायत्री परिवार ट्रष्ट देहरादून शाखा के मुख्य प्रबन्धक राधाकृष्ण सेमवाल ने बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से निपटने को गायत्री परिवार घर हवन यज्ञ कर रहा है। गायत्री परिजन इन आपदा से निपटने को अपने स्तर पर मानव सेवा में लगे हैं। मंगलवार को ट्रष्ट ने मुख्यमंत्री राहत कोष में ऑनलाइन खाते से दो लाख रुपये दान दिये हैं। इसके अलावा गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने बताया कि समिति ने डीएम उत्तरकाशी आशीष चौहान को एक लाख रुपये का चेक राहत कोष में दिया है। समिति ने इस आपदा से निपटने के आगे भी मदद का भरोषा दिया है। उधर, प्रधानमंत्री राहत कोष के केयर खाते में आम से लेकर खास लोग भी ऑनलाइन मदद करने में जुटे हैं। सोशल मीडिया में मदद करने वाले दूसरों को भी जागरूक करने में जुटे हुए हैं।